देशधर्म

Mahakumbh Stampede LIVE: महाकुंभ भगदड़ में बढ़ा मृतकों का आंकड़ा, अभी तक सरकार ने नहीं जारी किया आधिकारिक बयान

Mahakumbh Stampede News LIVE Updates: प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ को लेकर सूत्रों का दावा है कि 17 लोगों की मौत हो गई है. इस बीच सीएम योगी आधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं.

योगी सरकार इस्तीफा दे- आम आदमी पार्टी

आम आदमी पार्टी ने भगदड़ पर प्रतिक्रिया दी. आप के सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा गया- यह बहुत गंभीर मामला है. UP सरकार ने महाकुंभ में पूरे देश और लाखों लोगों को आमंत्रित किया. लेकिन, राज्य के मुख्यमंत्री, जिन्हें व्यवस्थाओं की देखरेख करनी चाहिए थी, वे यूपी छोड़कर भाग गये और दिल्ली में राजनीतिक रैलियां करने लग गए. यह बहुत बड़ी भूल है.  BJP सरकार ने धार्मिक आयोजनों को राजनीतिक बना दिया है. वहां VIP और अरबपतियों की चाटुकारिता की जाती है, यह आम श्रद्धालुओं के साथ अन्याय है. वहाँ जो स्थिति बनी, उसके लिए योगी आदित्यनाथ और प्रशासन पूरी तरह जिम्मेदार हैं, उन्हें इसके लिए इस्तीफा दे देना चाहिए.

प्रियंका गांधी वाड्रा ने दी प्रतिक्रिया

संगम नोज पर हुए हादसे में प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि तीर्थराज प्रयाग में मौनी अमावस्या के अवसर पर हुए हादसे में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुखद है. ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें. शोक-संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं. सरकार से अपील है कि घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था हो. मृतकों की पहचान कर उन्हें उनके परिजनों तक पहुंचाया जाए और श्रद्धालुओं की सुविधाओं को सर्वोपरि रखकर त्वरित इंतजाम किए जाएं ताकि आगे के सभी स्नान सकुशल संपन्न हों. अखाड़ों के शाही स्नान की सदियों पुरानी परंपरा को भी संपन्न कराने का प्रयास किया जाना चाहिए. श्रद्धालुओं से विनती है कि धैर्य और शांति से स्नान-दान संपन्न करें. मां गंगा सबकी रक्षा करें.

हम सांकेतिक रूप से स्नान करेंगे- रवींद्र पुरी

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि, ‘आज हम अपने देवताओं को स्नान कराएंगे. चूंकि यहां भीड़ बहुत है, इसलिए हम कम संख्या में घाट पर जाएंगे. हम अपने साधु-संतों से आज ऐसा न करने की कोशिश कर रहे हैं, जब तक कि बहुत जरूरी न हो. हमें घाटों और भीड़ की स्थिति को ध्यान में रखना होगा. वसंत पंचमी पर अगला अमृत स्नान निश्चित रूप से भव्य होगा. अगर हम अपने देवताओं को स्नान करा पाएं, तो हम समझेंगे कि हमने खुद स्नान कर लिया. हमें अभी प्रशासन से अनुमति नहीं मिली है, लेकिन जैसे ही हमें अनुमति मिलेगी, हम आगे बढ़ेंगे. हम इस बार बहुत बड़े जुलूस नहीं निकालेंगे.’

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